लोकोक्तियां और कहावतें - हिंदी व्याकरण प्रश्नोत्तरी | Agriculture Supervisor Test
"हिंदी की प्रमुख लोकोक्तियाँ और कहावतें से संबंधित प्रश्नों की टेस्ट सीरीज। यह क्विज़ Agriculture Supervisor, REET, Patwari."
लोकोक्तियां और कहावतें
    1. जैसी करनी, वैसी भरनी का अर्थ है
                इस लोकोक्ति का अर्थ है कि व्यक्ति जैसा काम करता है, वैसा ही परिणाम उसे मिलता है।
            
        2. चमड़ी जाए, पर दमड़ी न जाए का अर्थ है
                इसका मतलब है कि कोई व्यक्ति इतना कंजूस होता है कि चाहे अपनी त्वचा चली जाए, पर धन की कोई हानि नहीं होने
                देता।
            
        3. अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत का अर्थ है
जिस कार्य को समय रहते न किया जाए, तब पछताने का कोई फायदा नहीं होता।
        4. छछूंदर के सर में चमेली का तेल का अर्थ है
                इस लोकोक्ति का तात्पर्य है कि जो व्यक्ति योग्य नहीं है, उसे महत्व या पद दे दिया जाए।
            
        5. माँगे भीख गाँव की जमा का अर्थ है
इसका अर्थ होता है कि व्यक्ति अपनी वास्तविक स्थिति भूल कर उच्च बातें करता है।
        6. कोई इर घाट तो कोई बीर घाट का अर्थ है
                इस कहावत का अर्थ है कि अलग-अलग लोग एक जैसा नहीं होते, इस कारण तालमेल नहीं होता।
            
        7. अपनी डफली अपना राग का अर्थ है ?
इसका मतलब है कि हर व्यक्ति अपने अनुसार काम करता है, कोई सामंजस्य नहीं होता।
        8. हंसुए के ब्याह में खुरपी का गीत का अर्थ है
                इसका तात्पर्य होता है कि ऐसा व्यवहार या बातें करना जो विषय या परिस्थिति से मेल न खाती हों।
            
        9. जाके पाँव न फटे बिवाई सो क्या जाने पीर पराई का अर्थ है
जिसने स्वयं कोई तकलीफ न ठही हो, वह दूसरों के दर्द को नहीं समझ सकता।
        10. जस दूल्हा तस बनी बराता का अर्थ है
                इसका अर्थ है कि जैसे दूल्हा होता है, वैसे ही उसका बारात भी होती है, यानी सभी साथी समान स्वभाव के होते
                हैं।
            
        11. आडम्बर बहुत, किन्तु वास्तविकता कुछ नहीं के लिए सही लोकोक्ति है
                इस लोकोक्ति का अर्थ है कि दिखावे में बहुत कुछ होने पर भी वास्तविकता में कुछ खास नहीं होना।
            
        12. चोर-चोर _____ भाई
                सही पूर्ण शाब्दिक रूप है "चोर-चोर ममेरे भाई" जिसका अर्थ है चोरी करने वाले लोगों में भी हिसाब-किताब होता
                है।
            
        13. ऊंट के मूह में _______
यह लोकोक्ति असंगत या अनुपयुक्त वस्तु को सूचित करती है।
        14. ________ के अंधे को हरा ही हरा नजर आता है
यह कहावत प्यार और स्नेह के कारण पक्षपात दिखाने पर लागू होती है।
        15. कर _____ तो हो भला
                सही लोकोक्ति है "कर भला तो हो भला" जिसका अर्थ है अच्छा करो तो अच्छा फल मिलेगा।
            
        16. अन्धो में ______ राजा
                सही पूर्ण लोकोक्ति है "अंधों में काना राजा" जिसका अर्थ है अधूरी या गलत परिस्थितियों में सबसे कम दोषी
                व्यक्ति ही नेतृत्व करता है।
            
        17. घर का भेदी ______ ढाए
                सही लोकोक्ति है "घर का भेदी लंका ढाए" जिसका अर्थ है घर का किसी सदस्य द्वारा विश्वासघात हो जाना।
            
        18. नाच न जाने ______ टेढ़ा
                सही पूर्ण लोकोक्ति है "नाच न जाने आंगन टेढ़ा" जिसका अर्थ है अपनी कमियों को दूसरों पर दोषारोपण करना।
            
        19. जहाँ न पहुँचे रवि वहाँ पहुँचे कवि का अर्थ है ?
                इस लोकोक्ति का तात्पर्य है कि कवि कल्पना से ऐसी जगह भी पहुँच सकता है जहाँ सूर्य भी नहीं पहुँचता।
            
        20. पुचकारा कुत्ता सिर चढ़े का अर्थ है
यह कहावत बताती है कि नीच या ओछे लोग झुककर फायदा उठाते हैं।
        21. तीन दिन मेहमान चौथे दिन हैवान का अर्थ है
लंबे समय तक मेहमान रहना असहज होता है और उसकी मर्यादा बनानी चाहिए।
        22. अधजल गगरी _____ जाय
यह कहावत अधूरा ज्ञान रखने वाले लोगों के बारे में है जो ज्यादा बोलते हैं।
        23. ______ धतुरे सो कहत गहनो गढो न जात
इसका अर्थ है कि धोखेबाज लोग कीमती वस्तु नहीं बना सकते।
        24. तबेले की बला बन्दर के सिर का अर्थ है
इस लोकोक्ति का अर्थ है किसी की गलती को दूसरों पर आरोपित करना।
        25. एक और एक ग्यारह होते हैं का अर्थ है
इस कहावत का अर्थ है कि एकता में ही शक्ति है।
        26. कुम्हार अपना हि घड़ा सराहता है का अर्थ है
                यह कहावत बताती है कि प्रत्येक व्यक्ति अपनी बनाई वस्तु या कार्य की प्रशंसा स्वयं करता है।
            
        27. काला अक्षर भैंस बराबर का अर्थ है ?
यह कहावत असाक्षर या निरक्षर व्यक्ति के लिए प्रयुक्त होती है।
        28. गए थे रोजा छुड़ाने, नमाज गले पड़ी का अर्थ है
                यह कहावत बताती है कि जब कोई भला करने जाता है तो विपरीत स्थिति का सामना करना पड़ता है।
            
        29. गंगा गए गंगादास, जमुना गए जमुनादास का अर्थ है
इसका मतलब है कि जो अपने निर्णय पर टिककर नहीं रहता।
        30. कहाँ राजा भोज कहाँ गंगू तेली का अर्थ है
                यह कहावत बहुत बड़ा और बहुत छोटा या श्रेष्ठ और सामान्य के बीच भारी अंतर दर्शाती है।
            
        31. काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती का अर्थ है
इस कहावत का अर्थ है कि छल-कपट या धोखा बार-बार सफल नहीं होता।
        32. टूट चाप नाहिं जुरै रिसाने का अर्थ है
इसका अर्थ है टूटे हुए काम को क्रोध या चिंता से ठीक नहीं किया जा सकता।
        33. आये थे हरि भजन को ओटन लगे कपास का अर्थ है
यह लोकोक्ति दिखाती है कि अपने असली काम को छोड़कर कहीं और लग जाना।
        34. अंधा पावे आँखे टो पतियाय का अर्थ है
                यह कहावत बताती है कि जब कोई अपनी इच्छा पूरी कर ले तो वह खुश हो जाता है। ("टो पतियाय" = बहुत खुश होना)
            
        35. उधो का लेना न माधो को देना का अर्थ है
इसका अर्थ है कि दूसरों के मामलों में न पड़ो, अपने काम में लगो।
        36. उपाय वही जो सफल और श्रेष्ठ है जिसका लोहा विरोधी को भी मानना पड़े के लिए सही लोकोक्ति है
                इसके अर्थ है कि जो उपाय बहुत प्रभावशाली हो और विरोधी भी उसका मान करे, वही सच्चा उपाय होता है।
            
        37. यह प्रेम का पथ करल महा के लिए सही लोकोक्ति है
                इस लोकोक्ति का अर्थ है प्रेम का रास्ता तलवार की धार की तरह सामान है, जो कठोर और खतरनाक हो सकता है।
            
        38. राम नाम जपना, पराया माल अपना का अर्थ है
                इसका अर्थ है कि भले जुबान से राम नाम जप लिया जाए पर पराया धन अपना समझकर रखा जाए।
            
        39. फिसल पड़े टो हर गंगे का अर्थ है
इसका अर्थ है मुश्किल में आ जाना या मजबूर होकर कुछ करना।
        40. नीम हकीम खतरे जान का अर्थ है
इसका अर्थ है कि कम ज्ञान होना ज्यादा खतरनाक होता है।
        परिणाम
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लोकोक्तियां और कहावतें
    1. सौ सयाने एक मत का अर्थ है
                इस लोकोक्ति का अर्थ है कि बुद्धिमान व्यक्तियों के विचार सामान्यतः समान होते हैं।
            
        2. तन पर नहीं लत्ता पान खाए अलबता का अर्थ है
                इसका मतलब है कि कोई दिखावे या दिखावे के लिए चीजें करता है पर वास्तविकता कुछ और होती है।
            
        3. गुरु गुड़ चेला चीनी का अर्थ है
                यह कहावत दर्शाती है कि गुरु से भी अधिक सफलदम या महान कार्य करने वाला चेला होता है।
            
        4. चोर की दाढ़ी में तिनका का अर्थ है
                इस लोकोक्ति का अर्थ है कि अपराधी हमेशा डर या शंका में रहता है कि कहीं पकड़ा न जाए।
            
        5. आँख का अंधा नाम नयनसुख का अर्थ है
                इसका मतलब है कि नाम तो अच्छा है लेकिन व्यक्ति का व्यवहार या गुण उसके नाम के विपरीत होता है।
            
        6. पर उपदेश कुशल बहुतेरे का अर्थ है
                इस लोकोक्ति का आशय है कि बहुत से लोग दूसरों को समझाना आसान समझते हैं, किन्तु स्वयं पालन करना कठिन होता
                है।
            
        7. आ बैल मुझे मार का अर्थ है
इसका अर्थ होता है व्यक्ति स्वयं समस्या या मुसीबत को बुलवा लेता है।
        8. हाथ कंगन को आरसी क्या का अर्थ है
                इस कहावत का अर्थ है कि जो तथ्य स्पष्ट और साक्षात हो, उस पर किसी प्रमाण की आवश्यकता नहीं होती।
            
        9. आप डूबे तो जग डूबा का अर्थ है
इसका मतलब है कि बुरा इंसान अपनी नकारात्मकता को दूसरों पर भी थोपता है।
        10. तेल देखो तेल की धार देखो का अर्थ है
इसका अर्थ होता है किसी व्यक्ति या कार्य की असली स्थिति या मंशा को समझना।
        11. अधजल गगरी छलकत जाए का अर्थ है
इसका अर्थ है कि कम समझ वाले व्यक्ति अपनी कम समझ दिखाने के लिए अधिक बोलते हैं।
        12. अंधे के हाथ बटेर लगना का अर्थ है
                इसका अर्थ है कि जो व्यक्ति योग्य नहीं होता, उसे भी कभी-कभी लाभ या सफलता मिल जाती है।
            
        13. घर का जोगी जोगड़ा, आन गाँव का सिद्ध का अर्थ है
                इसका मतलब है कि घर के विद्वान या ज्ञानी व्यक्ति को उसके घर या समुदाय में सम्मान नहीं मिलता।
            
        14. कोयले की दलाली में मूह काला का अर्थ है
इसका अर्थ है कि बुरे कामों में लगे व्यक्ति को नकारात्मक फल प्राप्त होते हैं।
        15. हथेली पर सरसों नहीं जमती का अर्थ है
इसका तात्पर्य है कि हर कार्य समय पर और सही परिस्थिति में ही सफलता मिलता है।
        16. तू डाल-डाल मैं पात-पात का अर्थ है
इस कहावत का मतलब है दोनों पक्ष बहुत चालाक होते हैं।
        17. बिल्ली को पहले ही दिन मारना चाहिए का अर्थ है
इसका अर्थ है कि कोई समस्या शुरुआत में ही खत्म कर देना उचित होता है।
        18. सिर सहलाए भेजा खाए का अर्थ है
इसका अर्थ है कि जो व्यक्ति दोस्त बनकर नुकसान पहुँचाता है।
        19. एक अनार सौ बीमार का अर्थ है
इसका अर्थ है कि मांग बहुत अधिक होती है लेकिन सामान कम होता है।
        20. नौ दिन चले अढाई कोस का अर्थ है
इसका अर्थ है किसी कार्य को बहुत ही धीरे या कम गति से करना।
        21. एक तो करेला आप तीता दूजा नीम चढ़ा’ का अर्थ है
इस कहावत का अर्थ है बुरे लोग मिलकर और भी बुरा करते हैं।
        22. खोदा पहाड़ निकली चुहिया का अर्थ है
इसका अर्थ है बहुत मेहनत की लेकिन परिणाम बहुत कम मिला।
        23. चूहे के चाम से नगाड़े नहीं मढ़े जाते का अर्थ है
इसका मतलब है कि सीमित या छोटी वस्तु से बड़ा कार्य नहीं होता।
        24. खरबूजे को देख खरबूजा रंग बदलता है का अर्थ है
इस कहावत का अर्थ है कि व्यक्ति अपने साथियों या परिवेश से प्रभावित होता है।
        25. जैसी करनी, वैसी भरनी का अर्थ है
इसका अर्थ है जैसा कर्म किया वैसा फल मिलता है।
        26. चमड़ी जाए, पर दमड़ी न जाए का अर्थ है
इसका मतलब है कि व्यक्ति पैसा गंवाना नहीं चाहता, चाहे कुछ भी हो जाए।
        27. अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत का अर्थ है
इसका अर्थ है कि जब नुकसान हो चुका हो तो पछताना व्यर्थ होता है।
 28. छछूंदर के सर में चमेली का तेल का अर्थ है
इसका मतलब होता है कि अयोग्य व्यक्ति को असामयिक या अनुचित लाभ मिलना।
 29. माँगे भीख गाँव की जमा का अर्थ है
इसका अर्थ होता है कि कोई अपनी वास्तविक स्थिति भूलकर घमंड करता है।
 30. कोई इर घाट तो कोई बीर घाट का अर्थ है
इसका मतलब होता है कि विभिन्न लोगों के विचार या कार्य में समण्वय न होना।
 31. अपनी डफली अपना राग का अर्थ है
इसका अर्थ है कि हर व्यक्ति अपने अनुसार या स्वेच्छा से कार्य करता है।
 32. हंसुए के ब्याह में खुरपी का गीत का अर्थ है
इसका मतलब है अनुपयुक्त या विषय के विपरीत बातें करना।
 33. जाके पाँव न फटे बिवाई सो क्या जाने पीर पराई का अर्थ है
जो व्यक्ति स्वयं किसी कठिनाई या दर्द से न गुजरा हो, वह दूसरों की पीड़ा को समझ नहीं सकता।
 34. फिसल पड़े टो हर गंगे का अर्थ है
इसका मतलब है मजबूर होकर किसी कार्य में पड़ जाना।
 35. नीम हकीम खतरे जान का अर्थ है
इसका अर्थ है कि कम जानकारी या अधूरी शिक्षा संकट और समस्याओं को बढ़ा देती है।
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